प्राथमिक शिक्षकों के बाद बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने
उच्च प्राथमिक स्कूलों (यूपीएस) में तैनात शिक्षकों की अनंतिम
वरिष्ठता सूची जारी कर दी है। वरिष्ठता सूची में कुल 1310
शिक्षकों के नाम शामिल किए गए हैं। जारी सूची सभी बीईओ
को भेजकर उनसे छह दिन के अंदर संशोधन देने को कहा गया है जिसके बाद
अंतिम वरिष्ठता सूची जारी की जाएगी। हालांकि करीब दो वर्षों से
प्रमोशन का इंतजार कर रहे इन शिक्षकों में उन 86
शिक्षकों को ही यूपीएस का प्रधानाध्यापक बनने
का मौका मिलेगा जिनकी नियुक्ति11 दिसंबर 1986 या इसके पहले
की है।
बीते वर्ष प्रमोशन के लिए शिक्षकों को इंतजार कराने वाले बेसिक
शिक्षा विभाग की ओर से इस वर्ष प्रमोशन का तोहफा दिया जाएगा।
बेसिक शिक्षा महकमे का आदेश मिलने के बाद बीएसए कार्यालय
प्राथमिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों की अनंतिम वरिष्ठता सूची बीते
सप्ताह ही जारी कर चुका है। प्राथमिक शिक्षकों की अनंतिम
वरिष्ठता सूची जारी करने के बाद अब बेसिक
शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में
तैनात शिक्षकों की अनंतिम वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई है।
जारी सूची को सभी बीईओ के पास भेजकर उन्हें इसे ब्लॉक संसाधन
केंद्रों पर चस्पा करने और छह दिन के अंदर आवश्यक संशोधन
की सूचना मुहैया कराने का आदेश दिया गया है।
बीईओ की ओर से अनंतिम सूची पर संशोधन मिलने के बाद अंतिम
वरिष्ठता सूची जारी की जाएगी। विभाग की ओर से जारी की गई
अनंतिम वरिष्ठता सूची में उच्च प्राथमिक स्कूलों में तैनात सहायक
अध्यापक व प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों समेत 1310
शिक्षकों को शामिल किया गया है। कार्यालय सूत्रों की बातों पर
यकीन करें तो अनंतिम वरिष्ठता सूची में शामिल 1310 शिक्षकों में
सिर्फ उन 86 शिक्षकों को ही उच्च प्राथमिक स्कूल
का प्रधानाध्यापक बनने का मौका मिल पाएगा जिनकी नियुक्ति 11
दिसंबर 1986 या इसके पहले की है।
फरवरी के पहले सप्ताह में होगा प्रमोशन
वरिष्ठता सूची में शामिल उच्च प्राथमिक स्कूलों के सहायक
अध्यापकों व प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को प्रमोशन के बाद
उच्च प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
प्रोन्नति की यह प्रक्रिया हर हाल में फरवरी के प्रथम सप्ताह
की समाप्ति तक पूरी कर ली जाएगी।
क्या कहती है सेवा नियमावली
बेसिक शिक्षा परिषद की सेवा नियमावली को आधार मानें तो यूपीएस
के प्रधानाध्यापक पद पर उन शिक्षकों को प्रमोशन मिलता है जिन्हें
प्रमोशन प्राप्त हुए पांच वर्ष से अधिक का समय बीत चुका हो।
हालांकि पद कम होने की वजह से इस बार कम शिक्षकों को प्रमोशन
का लाभ मिल पाएगा।