प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की
संख्या सौ से कम होने पर रिन्यूवल न होने से अनुदेशक खासे नाराज हैं।
भले ही अब उनका रिन्युवल हो गया है, लेकिन वे अधिकारियों पर
मनमानी का आरोप लगाकर 24 अगस्त से लखनऊ में धरना देने की तैयारी
में हैं।
विकास भवन के सरस हाल में उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर
एसोसिएशन के बैनर तले अनुदेशकों की बैठक हुई। अध्यक्षता करते हुए
जिलाध्यक्ष भोला नाथ पांडेय ने कहा कि शासनादेश में कहीं भी इस
बात का जिक्र नहीं है कि सौ छात्रों से संख्या कम होगी तो
अनुदेशकों को बाहर कर दिया जाएगा। जबकि अधिकारियों ने इस
बार इसी आधार पर 59 अनुदेशकों का नवीनीकरण रोक दिया था।
हालांकि बाद में जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर बीएसए ने 25 दिन का
समय दिया, जिससे अधिकांश स्कूलों में सौ छात्र पूरे हो गए हैं और
ज्यादातर का नवीनीकरण भी हो गया है। फिर भी जब तक ये आदेश
वापस नहीं होता तब तक 24 अगस्त से प्रदेश के सभी अनुदेशक लखनऊ में
धरना देंगे। जिला महामंत्री सुनील शुक्ला, महासचिव राजेश कुशवाहा
सभी से एकजुट होकर लखनऊ चलने का आह्वान किया। कहा कि इस
आदेश से प्रधानाध्यापक भी अनुदेशकों का शोषण कर रहे हैं। बैठक में
शिल्पी, रश्मि, सोनाली, रीना, प्रदीप, उमेश, रामकृष्ण, रघुवंश मणि,
दिलीप सिंह, अंजनि सिंह, प्रियव्रत कुमार, विजय बहादुर, अजरुन
यादव, अंबर, अखिलेश, महेंद्र आदि रहे।
जासं, इलाहाबाद : भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रलय के अधीन
डीजीटी द्वारा आईटीआई अनुदेशक प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने
रविवार को रोजगार की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की।
चंद्रशेखर आजाद पार्क में कई प्रदेश से जुटे अनुदेशक प्रशिक्षित
अभ्यर्थियों ने बैठक की। बेरोजगार औद्योगिक कल्याण समिति उत्तर
प्रदेश के बैनर तले बैठक कर अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार की नीतियों के
खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। कहा कि पूरे प्रदेश में डीजीटी
द्वारा आईटीआई अनुदेशक प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की संख्या प्रदेश में
करीब दस हजार है, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा 2014 में जारी
विज्ञापन से उनको वंचित कर दिया गया। बैठक में विनोद भास्कर,
संदीप मिश्र, शिवाकांत आदि उपस्थित रहे।