स्ववित्तपोषित शिक्षकों ने की वेतन बढ़ोतरी की मांग

संवाद सूत्र, लखनऊ : नियमावली बनाकर वेतन बढ़ोतरी करने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय से संबंधित निजी महाविद्यालयों के शिक्षकों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। जिला प्रशासन के माध्यम से शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप प्रदर्शनकारियों ने मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की।1उच्च शिक्षा उत्थान समिति के आह्वान पर बुधवार को काफी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने लक्ष्मण मेला स्थल पर एकत्र होकर धरना दिया। धरने का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष एमपी सिंह ने कहा कि स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के शिक्षकों की वेतन नियमावली बनाई जाए। साथ ही उनका वेतन भुगतान बढ़ाया जाए। उन्होंने निजी महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का वेतन भुगतान विश्वविद्यालय के अधीन करने की मांग की। महामंत्री जेपी सिंह ने महाविद्यालय पर शोषण करने का आरोप लगाया। 1उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के शिक्षकों का वेतन निर्धारित करने व उनका विवरण ऑनलाइन करने के लिए उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव को निर्देश दिए थे। इसके बावजूद शिक्षकों को पढ़ाई के नाम पर केवल सात से आठ हजार रुपये महीना वेतन दिया जा रहा है। वह भी मात्र दस महीने का। डॉ. अनिल सिंह ने शिक्षकों का भौतिक सत्यापन करने व उनके मूल प्रमाण पत्रों की जांच विश्वविद्यालय तथा शासन द्वारा किया जाए।